इंटरनेट संचार का एक सुगम माध्यम है। आज के समय में इंटरनेट हर व्यक्ति की आवश्यकता बनता जा रहा है। इसका जाल पूरे विश्व में फैला हुआ है। यह टेलिफोन की लाइनों, उपग्रहों और प्रकाशीय केबिल के द्वारा कंप्यूटर से जुड़ा होता है। कंप्यूटर के आविष्कार के कारण ही इंटरनेट अस्तित्व में आया। इंटरनेट के माध्यम से विश्व के किसी भी कोने में समस्त जानकारी एक स्थान से दूसरे स्थान में कंप्यूटर से सरलता व शीघ्रता से भेजी और पढ़ी जा सकती है।
इसका जन्मदाता अमेरिका माना जाता है। सर्वप्रथम इसका प्रयोग अमेरिका के रक्षा मंत्रालय में हुआ था। सर्वप्रथम प्रकाशीय केबल के माध्यम से कंप्यूटरों को आपस में जोड़ा गया था। इसके पश्चात चार विश्वविद्यालयों के कंप्यूटरों को आपस में नेटवर्किंग करके इंटरनेट अप्रानेट का आरंभ किया गया था। फिर तो इसका इस्तेमाल सरकारी, शिक्षा, विकास और शोध करने वाली संस्थाओं के लिए भी किया गया। धीरे-धीरे तो इंटरनेट में ई-मेल (इलेक्ट्रॉनिक मेल) का आरंभ हो गया। यह संचार का सबसे सरल, तेज़ और सस्ता माध्यम है।
हर व्यक्ति अपने कंप्यूटर में टेलिफोन लाइन या फिर मोंडम के माध्यम से इंटरनेट की सुविधा का लाभ उठा सकता है। आज के युग में यह सबसे सफल माध्यम है। इसमें किसी भी तरह की जानकारी और सूचना प्राप्त की जा सकती है। ज्ञान का यह अतुलनीय भंडार है। इसकी विशेषताओं के कारण ही इसका प्रयोग दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। किसी भी तरह के कार्यालय की यह आवश्यकता बन गया है। इसका प्रयोग एक सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाता है, जो वी.बी., जावा, एस.जी.एम.एल. तथा एच.टी.एम.एल में विकसित किया जाता है।
इंटरनेट में संदेश ई-मेल के माध्यम से भेजा जाता है। ई-मेल धारक इसके माध्यम से विभिन्न तरह की मेल अपने संबंधियों, मित्रों या अन्य स्थानों पर भेजता है। इसमें विभिन्न लिखित पत्र, चित्र इत्यादि होते हैं। इंटरनेट का इस्तेमाल सूचनाएँ एकत्र करने के लिए भी किया जाता है। इन सूचनाओं को हम अपनी वेब साइट में सर्वर के माध्यम से एकत्र करके रखते हैं। हमारी वेब साईट हमारा भंडारण क्षेत्र है। आज हम इंटरनेट के माध्यम से हज़ारों वेब साईट देख सकते हैं। चिकित्सा, व्यवसाय, शिक्षा, मनोरंजन, साहित्य, राजनीति, समाचार-पत्र आदि विभिन्न क्षेत्रों में सूचनाएँ एकत्र की जाती हैं, जो वेब साईट के माध्यम से कंप्यूटर में हमें दिखाई देती हैं।
इंटरनेट पर बहुत संभावनाएँ उपलब्ध हैं। विद्यार्थियों के लिए तो यह बहुत आवश्यक है। उन्हें किसी भी क्षेत्र से जुड़ी आवश्यक जानकारी यहाँ से प्राप्त हो जाती हैं। आज विभिन्न देशों में फैले अपने कार्यालयों का संचालन एक ही स्थान पर इंटरनेट के माध्यम से किया जा सकता है। इंटरनेट असीम सूचनाओं का भंडार, सस्ता, शीघ्रता से पहुँचने वाला, मनोरंजन से भरपूर है और यही इसकी विशेषताएँ भी हैं। इसमें नौकरियों की भी बहुत अच्छी संभावनाएँ मौजुद हैं।
कई असमाजिक तत्वों द्वारा इंटनेट का दुरूपयोग किया जा रहा है। कुछ लोग वायरस के द्वारा महत्वपूर्ण वेब साईटों को नुकसान पहुँचाने का प्रयास करते हैं या फिर कंप्यूटर को हेक करके महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त करते हैं। कई हेकरों द्वारा बैकों में सेंघ लगाई जाती है। यह किसी देश की अर्थव्यवस्था और उसकी सुरक्षा के लिए घातक सिद्ध हो सकती है। इंटरनेट में बढ़ रहे इस तरह के अपराधिक मामलों के लिए विभिन्न देशों द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। साइबर क्राइम के अंदर इस तरह के अपराधों को देखा जाता है। इन सबके बावजूद इंटनेट के महत्व को नकारा नहीं जा सकता है। यह आज के युग की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है।
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Manoranjan karne se manushya ko manoranjak aur sukhad anubhav hota hai, lekin kabhi kabhi adhik manoranjan karne se samay ka sthan vinash ho jata hai aur jarurat ke kartavyon ko pura karne mein samasya aati hai, isse labh hani ho sakti hai. Isliye manoranjan ko seemit matra mein hi samay dena chahiye.
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"Mera Bharat Mahan" par nibandh likhna mahatvapurna hai kyunki yeh hamare desh ki garima aur samriddhi ka pratik hai. Hamara desh vividh sanskritiyon, bhashaon, aur jatiyon ka gaurav se mishran hai. Isliye, humein apne desh ko samriddh aur vikasit dekhna chahiye aur khud bhi usmein yogdan dena chahiye. Jai Hind!
α Aur Capellaβ Aur Menkalinanγ Aur El Nathδ Aur Prajaε Aur Al Mazζ Aur Saclateniζ Aur Hoedus Iθ Aur Manusη Aur Hoedus IIι Aur Hasselehλ Aur Al Hurr
bavecoof internet se aur kahan se main doon kya
"Mera Desh" Bharat hai, jahan diverse cultures aur traditions hain. Yeh ek mahan desh hai, jiske itihas mein bahut saare veer sapoot aur mahapurush hain. Bharat ki prakriti bhi sundar hai aur yahan ke logon ka dil bhi bahut bada hota hai. Hum sabko apne desh se pyar karna chahiye aur ise samriddh aur khushhaal banana chahiye.
"aur" has no meaning in Hebrew.
Aur Atoll's population is 438.