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Challenger and Columbia Disasters

Challenger and Columbia disasters refer to NASA’s two space shuttle accidents that resulted in the death of all their crew members. Challenger was lost at liftoff in January 1986, while Columbia disintegrated on reentry in February 2003.

743 Questions

What was kalpana chawla's achievements?

Kalpana ChawalaKalpana Chawala was an astronaut and missions specialist. She studied aeronautical engineering and received a Bachelor of Science degree. Then she received two Masters of Science degree in aerospace engineering and mechanical engineering. She was also the first (and only) Indian woman to travel in space.

So, she was more of an engineer than a scientist.

Finaly she is not a scientist

Who were Christa McAuliffe's siblings?

Yes. A Boy and Girl. A son Scott, and a daughter, Caroline. They were 9 and 6.

What schools did Christa McAuliffe attend?

Christa McAuliffe graduated from Marian High School in Framingham, Massachusetts in 1970; she then pursued her college education at Framingham State College, from which she graduated in 1970. She also completed a Master's Degree at Bowie State University in Bowie, Maryland in 1978.

Did Christa McAuliffe's family know she died?

Yes, all of the astronauts were found. Christa is buried in the Blossom Hill Cemetery in Concord, New Hampshire.

Why was Christa McAuliffe's so important?

She was the first member of the US Teacher in Spaceprogram and lost her life when the Space Shuttle Challenger disinegrated 73 seconds after launching. This was in 1986 in the US.

How did Sharon Christa McAuliffe die?

Teacher in SpaceTeacher in Space was a NASA program first introduced by President Ronald Reagan in 1984. The goal was to teach and promote interest in space exploration. More than 11,000 teachers applied for the program, and Christa McAuliffe was chosen to be the first teacher in space.

Christa McAuliffe, along with six other brave astronauts died in the Challenger disaster on January 28, 1986. The Challenger exploded 73 seconds after launch,50,000 feet from the earth. It is believed that the crew members were still alive after the initial explosion of the shuttle, but lost consciousness within seconds. They were killed due to the violent impact of the crew cabin into the ocean.

After the Challenger disaster, President Reagan announced that the program would continue. However, NASA later decided to eliminate the program.

The reason she died was because the rubber seals that held the rocket boosters

had weakened in the cold then the gas was leaking then the rocket exploded.

How old was kalpana chawla when she died?

Kalpana Chawla was born on July 1, 1961 and died on February 1, 2003. Kalpana Chawla would have been 41 years old at the time of death or 54 years old today.

Why kalpana chawla is famous?

कल्पना चावला का जन्म सन १९६१ मे हरियाणा के करनाल शहर मे एक मध्य वेर्ग्याई परिवार मे हुआ था | उसकी पिता का नाम श्री बनारसी लाल चावला तथा और माता का नाम संज्योती था | वह अपने परिवार के चार भाई बहनों मे सबसे छोटी थी | घर मे सब उसे प्यार से मोटो कहते थे | कल्पना की प्रारंभिक पढाई लिखाई टैगोर काल निकेतन मे हुई | कल्पना जब आठवी कक्षा मे पहुची तो उसने इंजिनियर बनने की इच्छा प्रकट की | उसकी माँ ने अपनी बेटी की भावनाओ को समझा और आगे बढने मे मदद की |

कल्पना का सर्वाधिक महत्व पूर्ण गुण था - उसकी लगन और जुझारू प्रवर्ती | प्रफुल्ल स्वभाव तथा बढ़ते अनुभव के साथ कल्पना न तो काम करने मे आलसी थी और न असफलता मे घबराने वाली थी | धीरे-धीरे निश्चयपूर्वक युवती कल्पना ने स्त्री - पुरुष के भेद-भाव से उपपर उठ कर काम किया तथा कक्षा मे अकेली छात्रा होने पर भी उसने अपनी अलग छाप छोड़ी | अपनी उच्च शिक्षा के लिये कल्पना ने अमेरिका जाने का मन बना लिया | उसने सदा अपनी महत्वाकाक्षा को मन मे सजाए रखा |

उसने ७ नवम्बर २००२ को टेक्सास विश्वविद्यालय मे एक समाचार पत्र को बतया "मुझे कक्षा मे जाना और उड़ान छेत्र के विषय मे सीखने मे व प्रश्नों के उत्तर पाने मे बहुत आनंद आता था "| अमेरिका पहुचने पर उसकी मुलाकत एक लम्बे कद के एक अमेरिकी व्यक्ति जीन पियरे हैरिसन से हुई | कल्पना ने हैरिसन के निवास के निकट ही एक अपार्टमेन्ट में अपना निवास बनाया इससे से विदेशी परिवेश में ढलने में कल्पना को कोई कठिनाई नहीं हुई | कक्षा में इरानी सहपाठी इराज कलखोरण उसका मित्र बना |

इरानी मित्र ने कक्षा के परवेश तथा उससे उत्पन समस्या को भाप लिया उसे वहा के तोर्तारिके समझाने लगा | कल्पना शर्मीले स्वभाव की होते हुआ भी एक अच्छी श्रोता थी | जीन पीयरे से कल्पना की भेट धीरे -धीरे मित्रता में बदल गई | विश्वविद्यालय परिसर में ही 'फ्लाईंग क्लब 'होने से कल्पना वहा प्राय जाने लगी थी |फ्लाईंग का छात्र होने के साथ-साथ जीन पियरे अच्छा गोताखोर भी था |

एक साल बाद १९८३ में एक सामान्य समारोह में दोनों विवाह - सूत्र में बन्ध गए | मास्टर की डिग्री प्राप्त करने तक कल्पना ने कोलोरेडो जाने का मन बना लिया | मैकेनिकल इंजीनियरिंग में doctoraitकरने के लिए उसने कोलोरेडो के नगर बोल्डर के विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया | सन १९८३ में कल्पना कलिफोर्निया की सिल्कॉंन ओनर सेट मैथड्स इन्फ्रो में उपाध्यक्ष एवं शोध विज्ञानिक के रूप में जुड़ गयी |जिसका दायित्व अर्रो डायनामिक्स के कारण अधिकाधिक प्रयोग की तकनीक तैयार करना और उसे लागू करना था | अंतरिक्ष में गुरुत्वकर्ष्ण में कमी के कारण मानव शरीर के सभी अंग स्वता क्रियाशील होने लगते है | कल्पना को उन क्रियाओ का अनुसरण कर उनका अध्यन करना था | इसमे भी कल्पना व् जीन पियरे की टोली सबसे अच्छी रही जिसने सबको आश्चर्य में ड़ाल दिया | नासा के अंतरिक्ष अभियान कार्यक्रम में भाग लेने की इच्छा रखने वालो की कमी नहीं थी | नासा अंतरिक्ष यात्रा के लिय जाने का गौरव विरले ही लोगो के भाग्य में होता है और कल्पना ने इसे प्राप्त किया |

६ मार्च १९९५ को कल्पना ने एक वर्षीय प्रशिक्षण प्रारंभ किया था वेह दस चालको के दल मे सम्मलित होने वाले नौ अभियान विशेषज्ञ मे से एक थी | नवम्बर १९९६ मे अंतत: वह सब कुछ समझ गई | जब उसे अभियान विशेषज्ञ तथा रोबोट संचालन का कार्य सौपा गया | तब टेक कल्पना ना मे सम्नायता के .सी के नाम से विख्यात हो गई थी | वह नासा दवारा चुने गये अन्तरिक्ष यात्रियों के पंद्रहवे दल के सदस्य के रूप मे प्रशिक्षण मे सम्लिलित हो गई | पहली बार अंतरिक्ष यात्रा का स्वपन १९ नवम्बर १९९७ को भारतीय समय के अनुसार लगभग २ बजे एस.टी.एस-८७ अंतरिक्ष यान के द्वारा पूरा हुआ | कल्पना के लिए येहे अनुभव स्वं में विनम्रता व जागरूकता लिए हुआ था कि किस प्रकार पृथ्वी के सौन्दर्य एवम उसमें उपलब्ध धरोहरों को संजोये रखा जा सकता है|

नासा ने पुनः कल्पना को अंतरिक्ष यात्रा के लिए चुना | जनवरी १९९८ में उसे शटल यान के चालक दल का प्रतिनिधि धोषित किया गया और शटल संशन फलाइट क्रू के साजसामान का उत्तरदायित्व दिया गया |बाद में वह चालक दल प्रणाली तथा अवासीयें विभाग कि प्रमुख नियुक्त की गयी | सन २००० में उसे एस.टी.एस -१०७ के चालक दल में सम्मलित किया गया

अंतरिक्ष यान का नाम कोलंबिया रखा गया जिसकी तिथि १६ जनवरी २००३ निश्चित की गई | एस .टी .एस - १०७ अभियान वैज्ञानिक खोज पर केन्द्रित था | प्रतिदिन सोलह घंटे से अधिक कार्य करने पर अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी सम्बन्धी वैज्ञानिक अंतरिक्ष विज्ञान तथा जीव विज्ञान पर प्रयोग करते रहे |

सभी तरह के अनुसंधान तथा विचार - विमर्श के उपरांत वापसी के समय पृथ्वी के वायुमंडल मे अंतरिक्ष यान के प्रवेश के समय जिस तरह की भयंकर घटना घटी वह अब इतिहास की बात हो गई | नासा तथा सम्पूर्ण विश्व के लिये यह एक दर्दनाक घटना थी | कोलंबिया अंतरिक्ष यान पृथ्वी की कक्षा मे प्रवेश करते ही टूटकर बिखर गया कल्पना सहित उसके छै साथियों की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु से चारो ओर सन्नाटा छ: गया |

इन सात अंतरिक्ष यात्रियों की आत्मा , जो फ़रवरी २००३ की मनहूस सुबह को शून्य मे विलीन हुई,सदैव संसार मे विदयमान रहेगी | करनाल से अंतरिक्ष तक की कल्पना की यात्रा सदा हमारे साथ रहेगी |

Why did the chalenger blow up?

The blame was put on the o-rings in the solid booster rockets. The failure was attributed to a combination of poor design and cold weather.

What was the goal of the Challenger Mission?

the challanger was built to serve as a test vehicle for the (S.S.) Space Shuttle Program.

When did the challenger explode?

The Challenger Space Shuttle exploded 73 seconds after launch on January 28, 1986, killing all 7 brave astronauts on board, including Christa McAuliffe, who was chosen from 11,000 applicants to be the first teacher in space.